गीता सिर्फ एक धार्मिक ग्रंथ नहीं ज्ञान का अमूल्य स्रोत भी : चरणदास महाराज
51 दिवसीय गीता जयंती महोत्सव को लेकर गीता जी के संदेशों को अपनाने को किया जा रहा है प्रेरित
भिवानी, 15 नवंबर : युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा स्थानीय हनुमान ढ़ाणी स्थित हनुमान जोहड़ी मंदिर में 51 दिवसीय गीता जयंती महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत हनुमान जोहड़ी मंदिर के महंत बालयोगी चरणदास महाराज द्वारा गीता के संदेश को घर-घर पहुंचाने के लिए जोर-शोर से कार्य किया जा रहा है तथा नागरिकों का गीता जी भेंट कर उन्हे गीता के संदेशों को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी कड़ी में हनुमान जोहड़ी मंदिर के महंत बालयोगी चरणदास महाराज ने स्थानीय बावड़ी गेट पर आयोजित राहुल सिंहमार की शादी समारोह में उन्हे गीता जी भेंट कर उनके सुखद एवं उज्ज्वल भविष्य का आर्शीवाद दिया।
इस मौके पर उन्होंने राहुल सहित अन्य उपस्थित लोगों को जल, पर्यावरण, स्वच्छा अपनाने व नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर चरणदास महाराज ने कहा कि दिसंबर माह में होने वाले दिव्य एवं भव्य गीता जयंती महोत्सव को लेकर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज की प्रेरणा से जन-जन तक गीता के संदेश को पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भागवत गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की कला और ज्ञान का अमूल्य स्रोत भी है। उन्होंने कहा कि गीता भेंट कर नवदंपत्ति को आशीर्वाद देना भारतीय परंपरा और संस्कृति का एक सुंदर प्रतीक है। इसे भेंट करने का अर्थ है नवविवाहित जोड़े को धर्म, कर्तव्य, और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देना। इससे यह संदेश मिलता है कि जीवन के हर पहलू में सही मार्गदर्शन के लिए गीता के उपदेश उपयोगी हो सकते हैं। इसके माध्यम से नवदंपत्ति को यह भी संकेत दिया जाता है कि उनके नए जीवन में समर्पण, प्रेम, और संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। चरणदास महाराज ने कहा कि यह परंपरा न केवल आध्यात्मिकता को प्रोत्साहित करती है, बल्कि एक शुभ और सकारात्मक शुरुआत का भी प्रतीक है। इस मौके पर राजपाल सिंहमार, पर्यावरण प्रहरी विजय सिंहमार, कृष्ण सोनी, मनीष सोनी, श्यामलाल मेघवाल जिला प्रधान मेघ सभा, सतनाम सैनी प्रधान जीण मां के लाडले जनसेवा समिति, अनिल सोनी, बंटी नूर ज्वैलर्स, दीपक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।