ऑपरेशन पड़ताल: 2हरियाणा सचिवालय के दो कर्मचारियों का कमाल, बंक मार कर नेता के प्रचार में जुटे
हरियाणा सचिवालय के दो कर्मचारियों का कमाल, बंक मार कर नेता के प्रचार में जुटे
जंग शेर राणा चंडीगढ़।
हरियाणा सचिवालय चंडीगढ़ में तैनात दो कर्मचारी इन दिनों कार्यालय से बंक मार कर अपने नेता के प्रचार में जुटे हुए हैं। दोनों के हाजिरी रजिस्ट्री के खाने खाली है। क्योंकि नेता पहुंच वाले हैं,इसलिए अनुपस्थिति दर्ज नहीं हेा रही। इनका जलवा ऐसा है कि माह के अंत में रजिस्ट्र इन तक पहुंचाया जाता है। तब यह अपने साइन करते हैं। यह गड़बड़ी सचिवालय में लंबे समय से चल रही है।
सचिवालय के दो कर्मचारी एक अनिल यादव और दूसरा अनिल है। दोनो हालांकि सीएम कोठी पर तैनात है। पर इन दिनों कोसली में एक भाजपा नेता के लिए प्रचार कर रहे हैं।
अब भाजपा के नेता भले ही भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करते हो,लेकिन यह तो भ्रष्टाचार से भी आगे की बात है कि दो कर्मचारियों को सिर्फ इसलिए वीवीआाईपी ट्रिटमेंट मिल रहा है, क्योंकि वह नेता के लिए काम करते हैं।
बताया जाता है कि इनका जलवा ऐसा है कि कोई सीनियर अधिकारी भी इनके बारे में कुछ नहीं बोलताा है।
इन दोनों के हाजिरी रजिस्ट्री की कॉपी इस संवाददाता के पास है। इसमें इनके नाम के खाने के आगे कुछ नहीं लिखा गया है। इससे साफ हो जाता है कि खाली खानों में हाजिरी बाद में दर्ज होगी।
अब तो यूं भी हरियाणा में चुनाव
आचार संहिता लग रही है। इसके बाद भी कर्मचारी नेता के लिए प्रचार करे, इससे पता चल रहा है कि इस नेता की भी सरकार में कितनी पकड़ है।
जिस नेता के लिए यह दोनो कर्मचारी प्रचार कर रहे हैं, उसका पूर्व सीएम मनोहर लाल और अब सीएम नायब सिंह सैनी के दरबार में अच्छा दबदबा रहा है। हालांकि यह नेता खासा विवादित रहा है,लेकिन इसके बाद भी हर बार सीएमओ में एंट्री पा ही लेता था।
ऐसे यह दो कारकून भी कमोबेश इस नेता की तरह ही विवादों में रहते हैं।
पर क्योंकि नेता का आशीर्वाद प्राप्त है। इसलिए सीनियर अधिकारी भी इनके खिलाफ न तो चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेज रहे हैं, न ही इनकी शिकायत अभी तक चीफ सेक्रेटरी से की है। ऐसे में सहज ही यह सवाल उठ रहा है कि आखिर बीजेपी सरकार में चल क्या रहा है। जिन कर्मचारियों को काम तो जनता का करना है, उन्हें एक नेता के प्रचार के लिए लगाया जा रहा है।
ऐसे में भाजपा सरकार पर भी सवाल उठते हैं कि क्या इसी तरह से भ्रष्टाचार को सिस्टम से खत्म करेंगे?