एमएसपी जब 6400 रुपए है, किसान इसी को मांग कर रहे हैं उसमें भावन्तर का क्या मतलब: भूपेंद्र सिंह हुड्डा
दिल्ली – पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रेस वार्ता
सीएम की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर रिएक्शन
एमएसपी जब 6400 रुपए है, किसान इसी को मांग कर रहे हैं उसमें भावन्तर का क्या मतलब, अगर हजार रूपए भाव करके देंगे तो उसका क्या फायदा
हरियाणा में पोर्टल और पुलिस की सरकार है,
पहले मेरी फसल मेरा ब्यौरा लाए और अब जब एमएसपी मांगी तो डंडे बरसा दिए
सूरजमुखी पर भावांतर दिया है जो किसानों के साथ धोखा है, पूरे 6400 रुपए मिलने चाहिए,
जब बीजेपी और इनेलो की सरकार थी तब 2 और 5 रुपए का मुआवजा मिलता था, हमने फैसला लिया था कि कम से कम 250 का चेक होगा,
अब महंगाई बढ़ चुकी है हर चीज पर जीएसटी और वेट लगता है लागत बहुत बढ़ गई है लेकिन आमदनी नहीं बड़ी है
एमएसपी अनाउंस करना अलग बात है, सूरजमुखी की एमएसपी तो पहले दो
किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं बढ़ाया गया है बल्कि नुकसान ज्यादा हुआ है,
केंद्र ने तो अपना हिस्सा बढ़ा दिया लेकिन हरियाणा सरकार ने अपना हिस्सा नहीं बढ़ाया,
भावन्तर उस फसल पर दिया जाता है जिस पर एमएसपी नहीं होती, मध्यप्रदेश में भावांतर योजना फेल हो चुकी है,
आज किसान बर्बादी की कगार पर खड़ा है उसे एमएसपी नहीं मिल रहा है,
सरकार ने 9 साल में कुछ नहीं किया,
गठबंधन पर बोले
मैं शुरू से कह रहा हूं इनका गठबंधन जनहित का नहीं स्वार्थ का गठबंधन है।
जो प्रदेश 2014 में नंबर एक पर था, आज बेरोजगारी, महंगाई, अपराध और भ्रष्टाचार में नंबर एक है।
यह विफल सरकार है लोगों की आंखों में धूल झोंकना चाहते हैं,
नए प्रभारी पर बोले
दीपक बाबरिया जी कांग्रेसी हैं पुराने साथी हैं। हम हर घर- घर तक पहुंचे हैं हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा कर रहे हैं।
पहलवानों पर बोले
पहलवान हमारी बेटियां हैं उनको न्याय मिलना चाहिए हम उनके साथ हैं