आस्था स्पेशल स्कूल के दिव्यांग बच्चों ने10 वें एशिया पेसिफिक बधिरअंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता मलेशिया में जीते पदक
10वें एशिया पेसिफिक बधिर गेम कुआलालंपुर मलेशिया आस्था स्पेशल स्कूल दिव्यांग बच्चों ने मचाई धूम जीते पदक
(Bhiwani) 10वें एशिया पेसिफिक बधिर गेम कुआलालंपुर मलेशिया में आयोजित दिव्यांग बच्चों ने शॉट पुट एवं डिस्कस थ्रो में सिल्वर एवं कांस्य पदक जीतकर भिवानी हरियाणा भारत का नाम रोशन किया। संस्था की प्राचार्य एवं संचालिका एडवोकेट सुमन शर्मा ने बताया कि 10 वें एशिया पेसिफिक बधिर गेम
कुआलालंपुर मलेशिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है यहां पर हमारा दिव्यांग बधिर बच्चा जसपाल ने शॉट पुट में सिल्वर एवं डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक जीतकर हमारे देश, प्रदेश एवं आस्था स्पेशल स्कूल सहित जन्मभूमि का नाम रोशन किया जिसके लिए हमे गर्व है। और कल हमारा बधिर बच्चा अमित कुश्ती खेल में खेलेगा। इस प्रतियोगिता में हमारे तीन दिव्यांग बच्चे जसपाल शॉट पुट एवं डिस्कस थ्रो, अमित कुश्ती एवं रूपेश जेवलिन में भागीदारी की जिसमें जैवलिन का बच्चा रूपेश कमर में दर्द होने के कारण वह सातवें स्थान पर रहा और अमित कुश्ती में कल सुबह खेलेगा। जसपाल का परिणाम अभी तक सामने आए हैं इस खुशी में आज आस्था स्पेशल स्कूल के दिव्यांग बच्चों को मिठाई बांटकर हमने खुशी जाहिर की हैं।संस्था के संस्थापक विजय शर्मा ने बताया कि यह परिणाम हमारे लिए और हमारे क्षेत्र के लिए बहुत ही गौरव की बात है की इन बच्चों को खेल के क्षेत्र में भी उनकी छुपी प्रतिभा को दिखाने का काम कर रहे हैं। आगामी 11 या 12 दिसंबर को भिवानी लौटने पर बस स्टैंड से आस्था स्पेशल स्कूल तक भव्य स्वागत के साथ लाया जाएगा जिसमें भिवानी के प्रबुद्ध नागरिक भी शामिल होंगे और अपील भी करते हैं कि इस अभिनंदन समारोह में ज्यादा से ज्यादा पहुंचकर बच्चों का हौसला बढ़ाये ताकि आगे इन बच्चों को और अधिक ऊर्जा मिल सके और फिर से अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर सके। कार्यक्रम में ऋतुपर्ण ओला एवं एसके सिंह ने भी आस्था में पहुंच कर बच्चों के साथ खुशियां जाहिर की और ऋतुपर्ण ओला ने बताया कि यह संस्था वास्तव में हरियाणा में एक उदाहरण है और यह दंपति अपने जुनूनी एवं त्याग भाव के साथ दिव्यांग बच्चों के उत्थान के लिए लगे हुए हैं और इन्होंने इनके माता-पिता की भूमिका निभाकर बच्चों के साथ कार्य कर रहे हैं इसके लिए हम भिवानी वासियों को गर्व है और इनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं। इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों ने बहुत ही खुशियां जाहिर की और उनमें अपने भाइयों का भिवानी पहुंचने पर स्वागत के लिए जोश देखा गया