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आपात स्थिति में देर रात पहुंचकर तीन युवाओं ने रक्तदान कर बचाई मरीज की जान 

रक्तदान करने से रक्तदाता को मिलताहै शारीरीक एंव मानसिक व लाभ : राजेश डुडेजा

भिवानी, 05 दिसंबर : रक्तदान को महादान कहा जाता है। रक्त ही जीवन का एकमात्र ऐसा पदार्थ है, जिसका निर्माण किसी फैक्ट्री मे नहीं हो सकता। रक्त की पूर्ति केवल रक्तदान से ही पूरी हो सकती है। इसलिए हमें नियमित रक्तदान करते रहना चाहिए। यह बात शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने आपात स्थिति में रक्तदान करने वाले रक्तदाताओं को सम्मानित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि गांव इंदिवाली निवासी अंजान व्यक्ति का फोन आया कि उसे अपने बेटे के लिए ए-पॉजटिव प्लेटलेट अर्जेंट तौर पर चाहिए, क्योकि उसे ब्लेडिंग हो रही थी। जिसके बाद उन्होंने जरूरतंमंद व्यक्ति को चौ. बंसीलाल अस्पताल के ब्लड बैंक में भेजा, वहां पर प्लेटलेट ना होने पर उन्होंने ये सूचना तुरंत ही गु्रप में डाली। जिसके बाद तीन रक्तदाता भूपेन्द्र सिंह खरक, कृष्ण कुमार हालुवास, राकेश कुमार बापोड़ा से पहुंचे तथा रक्तदान कर ब्लड की पूर्ति की। शतकवीर रक्तदाता राजेश डुडेजा ने कहा कि रक्तदान ऐकमात्र ऐसा सामाजिक कार्य है, जिसमें कोई पैसा नही लगता अपितु रक्तदान करने वाले को भी शारीरीक एंव मानसिक फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करके हम किसी जरूरतमंद की जिंदगी बचा सकते हैं। इस अवसर पर डा. मंदीप पंघाल, लेब टेक्नीशियन नरेंद्र पुनिया, योगेश जांगड़ा भी मौजूद रहे।

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